जेठमल मुथा
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से रविवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। जयपुर सहित कई जगह दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। इस कारण लोगों को माघ के महीने में सावन सी बारिश का अहसास हुआ। जयपुर, पिलानी, बाडमेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, गंगानगर, सांगरिया सहित कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई।
बारिश के कारण दिन के तापमान में 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई, वहीं रात के पारे में उछाल आया है। सबसे अधिक बारिश जोधपुर में 7.3 मिमी दर्ज की गई। राजधानी जयपुर में 6.6 मिमी बारिश हुई। यह जोधपुर में 11 साल में और जयपुर में 10 साल में फरवरी की सर्वाधिक बारिश है।
मौसम विभाग का कहना है कि इस सिस्टम का असर सोमवार को पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में रहेगा। अन्य जिलों में आसमान साफ होने लगेगा और धूप निकलेगी। मंगलवार से मौसम साफ हो जाएगा।
मैं थी… बारिश से 2 हजार हैक्टेयर में मेथी की फसल को नुकसान
बारिश से खुले में सुखाई गई मेथी पानी की भेंट चढ़ गई। त्रिपाल से बचाने का प्रयास भी विफल रहा। नागौर जिले में 10 हजार हैक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य था। 6950 में बुवाई हुई जिसमें करीब 30% खराबा पाले से हो चुका। अब करीब 2 हजार हैक्टेयर का नुकसान हुआ है। यानी कुल उत्पादन का 80% खराबा हो चुका है।
जोधपुर मे 2014 के बाद इस बार सर्वाधिक हुई है। जयपुर में 2015 के बाद सर्वाधिक बारिश हुई है। अजमेर में 2017 के बाद सर्वाधिक बारिश हुई है। बाड़मेर में 2014 से फरवरी में बारिश ही नहीं हुई थी। इसके अलावा भी कई जिलों में 2017 के बाद इस बार ही फरवरी मे बारिश दर्ज हुई है।
बाड़मेर में सर्वाधिक 5.5° गिरा पारा
दिन के पारे में अजमेर में 2 डिग्री, जयपुर में 2.4, बाड़मेर में 5.5, जैसलमेर में 2.3, जोधपुर में 3.4, फलौदी में 4.8, बीकानेर में 2.3, चूरू में 1 और धौलपुर में 3.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि कई जगह दिन का पारा बढ़ा है।